Patanjal Yog Darshan
अपने समय के महान योगी परमगुरुदेव पूज्यपाद ब्रह्मलीन श्री 1008 स्वामी विष्णुतीर्थजी ने ‘पातंजल योग दर्शन’ नामक हिन्दी टीका में योग, भक्ति एवं ज्ञान को एक ही ध्येय के सोपान प्रतिपादित करते हुए सिद्ध महायोग के आलोक की ओर इङ्गित…
अपने समय के महान योगी परमगुरुदेव पूज्यपाद ब्रह्मलीन श्री 1008 स्वामी विष्णुतीर्थजी ने ‘पातंजल योग दर्शन’ नामक हिन्दी टीका में योग, भक्ति एवं ज्ञान को एक ही ध्येय के सोपान प्रतिपादित करते हुए सिद्ध महायोग के आलोक की ओर इङ्गित…
सत्य और असत्य क्या है, इसको बताया नहीं जा सकता। समय और परिस्थिती के अनुरूप यह परिवर्तित होता रह सकता है। ईश्वर का अस्तित्व अनाम है, कोई धर्मशास्त्री उसे जान नहीं सका। फ़िर भी यह खोज चलती रहती है। ऐसी…
शक्तिपात सिद्ध महायोग ग्रंथ की रचना श्री गुरु महाराज श्री विष्णु तीर्थ जी महाराज द्वारा की गई है।। इस ग्रंथ में गुरु महाराज द्वारा बहुत ही सहज शब्दों में शक्तिपात के बारे में बहुत विस्तारित जानकारी दी गई है, जो…
प्रस्तुत पुस्तक गुरुदेव महाराज श्री द्वारा रचित शक्तिपात सूत्रों , शक्ति का विकास पांच कोषों पर आधारित है, की व्याख्या कही जा सकती है। उनके द्वारा वर्णित वही विचार इस पुस्तक का आधार है। हम आशा करते हैं कि पाठक…
प्रस्तुत पुस्तक परम पूज्य गुरुदेव श्री स्वामी विष्णु तीर्थ जी महाराज द्वार उपनिषद वाणी के सन्दर्भ में आप सब के सामने उपस्थित हैं। आशा है साधक-पाठक-गण इसका भरपूर लाभ उठाएंगे। जय श्री गुरुदेव !!!
प्रस्तुत पुस्तक परम पूज्य गुरुदेव श्री स्वामी शिवोम तीर्थ जी महाराज के नवधा भक्ति पर प्रवचनो पर आधारित है। श्री गुरुदेव स्वामी शिवोम तीर्थ जी महाराज ने नवधा भक्ति एक एक अंग पर एक एक भजन की रचना करके दृष्टान्तों…
अध्यात्मिक ज्ञान
The Valuable and Spiritual Lectures During Meditation Camp Or Dhyan Sessions By our Beloved Gurudev Shree Shree YOGI SADHAKAANAND JI. Jai Gurudev!!!
महाभारत का युद्ध आज भी प्राणी मात्र के हृदय में शुभाशुभ संस्कारों के रूप में कौरव-पांडवों में लड़ा जा रहा है। भगवान श्री कृष्ण आज भी शाश्वत रूप में सर्वव्यापक हैं। अर्जुन भी सत्वगुण रूपी वृत्तियों के रूप में प्रत्येक…
सौन्दर्य लहरी श्री भगवत्पाद आद्य शंकराचार्य द्वार रचित एक प्रसादिक स्तोत्र है जिसका पाठ से अनेक साधकों का महान कल्याण हुआ है. श्री जगज्जननी आदिशक्ति महात्रिपुर सुन्दरी के प्रकाश से यह सकल चर-अचर प्रकाशित है। माँ की स्तुति से साधक-शिशुयो…